विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त युवाओं को लगभग 70,000 नियुक्ति पत्र वितरित किए
"आज पूरी दुनिया भारत की विकास यात्रा में उसके साथ सहभागी बनने के लिए उत्सुक है"
“आज, भारत अपनी राजनीतिक स्थिरता के लिए जाना जाता है, जो आज की दुनिया में बहुत महत्व रखता है; आज भारत सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार के रूप में होती है; आज, सरकार अपने प्रगतिशील आर्थिक और सामाजिक निर्णयों के लिए जानी जाती है”
"नागरिकों के कल्याण के संदर्भ में सरकारी योजनाओं का गुणात्मक प्रभाव होता है"
"नौकरियों के लिए 'रेट कार्ड' के दिन चले गए; वर्तमान सरकार का ध्यान युवाओं के भविष्य को ‘सुरक्षित' बनाने पर है"
“लोगों को बांटने के लिए भाषा का दुरुपयोग किया जा रहा था, सरकार अब भाषा को रोजगार का सशक्त माध्यम बना रही है”
"अब सरकार अपनी सेवाएं घर-घर तक पहुंचाकर नागरिकों के पास पहुंच रही है"

माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार के कुछ महत्वपूर्ण नीतियों और प्रयासों के माध्यम से रोजगार के क्षेत्र में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा दिया है. यहां कुछ मुख्य तत्व हैं:

1. आत्मनिर्भर भारत अभियान: प्रधानमंत्री मोदी ने "आत्मनिर्भर भारत" के मिशन को शुरू किया है, जिसका मकसद देश को आपूर्ति श्रृंखला को स्थायी बनाना है और रोजगार के नए अवसर सृजन करना है. इस मिशन के तहत, नए उद्यमियों के लिए सरकारी समर्थन प्रदान किया जाता है और स्वदेशी उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाता है.

2. स्किल इंडिया: स्किल इंडिया अभियान के माध्यम से, सरकार ने युवाओं को उनकी कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया है. इसके लिए विभिन्न कौशल विकास प्रोग्राम शुरू किए गए हैं, जिनका मकसद युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार मौके प्रदान करना है.

3. न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price, MSP): सरकार ने कृषि उत्पादों के लिए न्यू

नतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित किया है, जो किसानों को न्यायपूर्ण मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है. इससे किसानों के प्रति विश्वास और उत्पादन को बढ़ावा मिलता है.

4. मुद्रा योजना: मुद्रा योजना के माध्यम से, सरकार ने छोटे व्यापारियों और स्वदेशी उद्यमियों को वित्तीय समर्थन प्रदान किया है. इसके तहत कर्ज में सब्सिडी और ऋण की सुविधा प्रदान की जाती है, जिससे अधिकांश लोग नए उद्यमों की स्थापना कर सकते हैं.

5. दिग्गजों का समर्थन: सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण, परामर्श और समर्थन के माध्यम से दिग्गज उद्यमियों का समर्थन किया है. इससे उद्यमियों को विशेषज्ञता और अनुभव के साथ मदद मिलती है और उनके बिजनेस को सफलता की ओर ले जाने में मदद मिलती है.

इन उपायों और नीतियों के माध्यम से, प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार अभियान को पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में बढ़ावा दिया है. ये पहले और आवश्यक कदम हैं जो देश की आर्थिक विकास और न्याय सुनिश्चित करने में मदद करते हैं.



नमस्कार!

राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले ये रोजगार मेले, एनडीए और भाजपा सरकार की नई पहचान बन गए हैं। आज एक बार फिर 70 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं। मुझे खुशी है कि बीजेपी के शासन वाली राज्य सरकारें भी सभी बीजेपी के स्‍टेट में भी लगातार इस तरह के रोजगार मेले आयोजित कर रही हैं। जो लोग इस समय सरकारी नौकरी में आ रहे हैं, उनके लिए ये बहुत महत्वपूर्ण समय है।

आजादी का अमृतकाल अभी शुरू ही हुआ है। आपके सामने अगले 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है। आपको वर्तमान के साथ ही देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए भी जी-जान से जुट जाना है। मैं आज नियुक्ति पत्र पाने वाले सभी युवाओं को और उनके परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई और बहुत शुभकामनाएं देता हूं।



साथियों,

आज भारत में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर, दोनों में ही नौकरियों के निरंतर नए मौके बन रहे हैं। बहुत बड़ी संख्या में हमारे नौजवान स्वरोजगार के लिए भी आगे आ रहे हैं। बिना गारंटी बैंक से मदद दिलाने वाली मुद्रा योजना ने करोड़ों युवाओं की मदद की है। स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया जैसे अभियानों से युवाओं का सामर्थ्य और ज्यादा बढ़ा है। सरकार से मदद पाने वाले ये नौजवान अब खुद अनेक युवाओं को नौकरी दे रहे हैं।

बीते वर्षों में जिस तरह बड़े पैमाने पर युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई हैं, यह अभियान भी अपने-आप में अभूतपूर्व है। देश में सरकारी नौकरी देने वाले प्रमुख संस्थानों जैसे SSC, UPSC और RRB ने पहले के मुकाबले इन व्‍यवस्‍थाओं के माध्‍यम से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। और अभी जो वीडियो दिखाया गया, उसमें उसका जिक्र भी है।

इन संस्थाओं का जोर परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी, व्यवस्थित और सरल बनाने पर भी रहा है। पहले जिन भर्ती परीक्षाओं को पूरा होने में उसका जो चक्र होता था, वो चक्र पूरा होने में साल-डेढ़ साल का समय यूं ही लग जाता था, और वो अगर कोई कोर्ट-कचहरी में चला गया तो दो-दो, पांच-पांच साल बिगड़ जाते थे। ये सारी चीजों से बाहर निकलकर अब कुछ ही महीनों में सारा चक्र, सारी प्रक्रियाएं पारदर्शी पद्धति से पूर्ण कर दी जाती हैं।



साथियों,

आज पूरी दुनिया हमारी विकास यात्रा में साथ चलने के लिए तत्पर है। भारत को लेकर ऐसा विश्वास और हमारी अर्थव्यवस्था पर इतना भरोसा पहले कभी नहीं रहा। आप जानते हैं, एक तरफ वैश्विक मंदी, कोरोना जैसी भयंकर वैश्विक महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की वजह से वैश्विक सप्लाई चेन टूटना, कितनी-कितनी कठिनाइयां पूरी दुनिया में दिखाई दे रही हैं। इन सबके बावजूद, और मेरे युवा साथियों, इस बात पर आप गौर कीजिए, इन सारी दिक्कतों के बावजूद भी भारत अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है।

आज विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत आ रही हैं। आज भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर है। जब इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी निवेश आता है तो उससे production बढ़ता है, उद्योग का विस्तार होता है, नए-नए उद्योग लगते हैं, उत्पादन बढ़ता है, एक्सपोर्ट बढ़ता है और स्वाभाविक है बिना नए नौजवानों के ये काम हो ही नहीं सकता, और इसलिए employment बहुत तेजी से बढ़ता है, रोजगार बहुत तेजी से बढ़ता है।


हमारी सरकार के निर्णयों ने प्राइवेट सेक्टर में कैसे लाखों नए अवसर पैदा किए हैं, अभी हमारे डॉक्टर जितेंद्र सिंह जी विस्तार से वो एक-एक वाक्य में ब्यौरा इसका दे रहे थे। लेकिन मैं जरा एक उदाहरण आपके सामने रखना चाहता हूं। जैसे ऑटोमोबाइल सेक्टर है। देश की GDP में इस सेक्टर का योगदान साढ़े छह परसेंट से ज्यादा है। पिछले कुछ वर्षों में भारत की Automotive industry ने बड़ी छलांग लगाई है।


आज भारत से Passenger Vehicle का दुनिया के कई देशों में एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। Commercial Vehicle का Export, इतना ही नहीं हमारे Three-Wheeler-Two-Wheelers उनके एक्सपोर्ट में भी बहुत वृद्धि हो रही है। 10 साल पहले ये इंडस्ट्री 5 लाख करोड़ रुपए के आस-पास थी। आज ये इंडस्ट्री 5 लाख करोड़ से jump लगा करके 12 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा की हो गई है। Electric Mobility का भी भारत में लगातार विस्तार हो रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर को भारत सरकार की PLI स्कीम से भी बहुत मदद मिल रही है। तेजी से आगे बढ़ते हुए ऐसे ही सेक्टर्स लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके बना रहे हैं।


साथियों,

आज भारत एक दशक पहले की तुलना में ज्यादा स्थिर, ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा मजबूत देश है। राजनीतिक भ्रष्टाचार, योजनाओं में गड़बड़ी, जनता-जनार्दन के धन का दुरुपयोग, पुरानी जितनी सरकारें आप देखेंगे उनकी पहचान यही बन गई थी। आज भारत को उसकी राजनीतिक स्थिरता के लिए जाना जाता है। Political stability, ये दुनिया में बहुत मायने रखती है।


आज भारत सरकार की पहचान उसके निर्णायक फैसलों से होती है। एक decisive government. आज भारत सरकार की पहचान उसके आर्थिक और प्रगतिशील सामाजिक सुधारों से हो रही है। ग्लोबल एजेंसियां लगातार इस बात को घोषित कर रही हैं, अनुमान लगा रही हैं और विश्वास से कह रही हैं कि चाहे हाईवे का निर्माण हो या रेलवे का, Ease of Living की बात हो या फिर Ease of Doing Business की चर्चा, भारत पिछली सरकारों की तुलना में बहुत बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।


बीते वर्षों में भारत ने अपने फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर और अपने सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए का निवेश किया है। लाखों करोड़ रुपए के इस निवेश ने भी रोजगार के करोड़ों अवसर बनाए हैं। अब जैसे सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर का मैं एक उदाहरण देता हूं, जो हमारे सामाजिक जीवन से जुड़ा हुआ विषय है। और वो है पानी, और उसके लिए हमने चलाया है जल जीवन मिशन। ये जल जीवन मिशन, उसके पीछे अब तक करीब-करीब 4 लाख करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।


जब ये मिशन शुरू हुआ था, तो ग्रामीण इलाकों में हर 100 में से यानी 100 घर अगर गांव में हैं, तो सिर्फ 15 घर ही थे, जहां पाइप से पानी आता था। ये मैं एवरेज बता रहा हूं, 100 घर में से 15 घर में पाइप से पानी आता था। आज जल जीवन मिशन की वजह से हर 100 में से बासठ (62) घरों में पाइप से पानी आने लगा है और अभी भी तेज गति से काम चल रहा है। आज देश के 130 जिले ऐसे हैं- ये छोटा क्षेत्र नहीं है, 130 जिले ऐसे हैं, जहां के हर गांव में, हर घर में नल से जल आता है।


और साथियों,

जिन घरों में अब साफ पानी पहुंच रहा है, वहां लोगों का समय भी बचा है, लेकिन इससे ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण जो लाभ हो रहा है, और वो गंभीर बीमारियों से भी बचे हैं। पीने का शुद्ध पानी आरोग्य के लिए बहुत बड़ी औषधि बन जाता है। एक स्टडी में सामने आया है कि जब हर घर पाइप से पानी पहुंचने लगा तो डायरिया से होने वाली 4 लाख मौतें मौत होने से बच गईं, चार लाख जिंदगियां बच गईं, यानी जल जीवन मिशन, चार लाख लोगों का जीवन बचाएगा।


ये स्टडी ये भी कहती है कि हर घर जल पहुंचने से देश के गरीबों के 8 लाख करोड़ रुपए से अधिक बचने वाले हैं, यानी गरीब के घर का पैसा बचने वाला है, मध्‍यम वर्ग के परिवार का पैसा बचने वाला है। इन पैसों को उन्हें पानी का इंतजाम करने में, पानी से होने वाली बीमारियों के इलाज में खर्च करना पड़ता था। जल जीवन का एक और बड़ा लाभ ये भी होगा कि इससे महिलाओं का बहुत सारा समय भी बचेगा।


इस रोजगार मेले में नौकरी पाने वाले आप सभी समझ सकते हैं कि सरकार की एक-एक योजना का कितना बड़ा Multiplier Effect होता है। जल-जीवन मिशन का उदाहरण आपके सामने मैंने रखा है। ऐसे ही आप जब अब सरकारी व्यवस्था में आए हैं तो सरकार की हर योजना को, अपने विभाग के हर लक्ष्य को तेजी से प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे, ये मेरा आपसे भरोसा भी है, अपेक्षा भी है।


साथियों,

देश में चल रहा ये रोजगार अभियान, पारदर्शिता और सुशासन, गुड गवर्नेंस दोनों का ही प्रमाण है। हम सभी ने देखा है कि कैसे हमारे देश में परिवारवादी पॉलिटिकल पार्टियों ने हर व्यवस्था में भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया। जब सरकारी नौकरी की बात आती थी, तो उसमें ये परिवारवादी पार्टियां भाई-भतीजावाद, सिफारिश और भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा देती थीं। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के करोड़ों युवाओं के साथ विश्वासघात किया है।


2014 में हमारी सरकार बनने के बाद, अब भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता भी आई है और भाई-भतीजावाद भी खत्म हो रहा है। केंद्र सरकार में ग्रुप सी और ग्रुप डी की भर्ती में इंटरव्यू समाप्त होने का लाभ लाखों युवाओं को हुआ है। एक तरफ हमारी सरकार के ये ईमानदार प्रयास हैं तो दूसरी तरफ और ये बात मैं चाहता हूं मेरे नौजवान पूरा समझने का प्रयास करें। हकीकतों के आधार पर कुछ बातें आ रही हैं, दूसरी तरफ भाई-भतीजावाद है।


अभी आपने एक दो दिन पहले मीडिया में आई रिपोर्ट देखी होगी, अखबारों में, टीवी में काफी कुछ देखने को मिला। एक राज्य की उसमें चर्चा है, और चर्चा क्‍या है, एक राज्य में Cash for Job के घोटाले की जांच में जो बातें बाहर निकल करके आई हैं, वो मेरे देश के नौजवानों के लिए बहुत बड़ा चिंता का विषय ले करके आई हैं। उस राज्‍य की क्‍या पद्धति है, क्‍या बात उभर करके आई है, नौकरी सरकारी चाहिए तो हर पद के लिए, जैसे होटल में आप खाना खाने जाएं तो रेट कार्ड होता है ना, हर पद के लिए 'रेट कार्ड' है। रेट कार्ड बताया गया और रेट कार्ड भी कैसा है, छोटे-छोटे गरीबों को लूटा जा रहा है। अगर आप सफाई कर्मी की नौकरी चाहिए, तो उसके लिए आपको ये रेट रहेगा, भ्रष्‍टाचार में इतना देना पड़ेगा। अगर आपको ड्राइवर की नौकरी चाहिए तो ड्राइवर की नौकरी के लिए ये रेट रहेगा, अगर आपको क्‍लर्क की नौकरी चाहिए, टीचर की नौकरी चाहिए, नर्स की नौकरी चाहिए तो आपको ये रेट रहेगा। आप सोचिए हर पद के लिए उस राज्य में 'रेट कार्ड' चला करता है और कट मनी का कारोबार चलता है। देश का नौजवान कहां जाएगा। ये स्वार्थी राजनीतिक दल, Jobs के लिए 'rate card' बनाते हैं।


अब देखिए कुछ दिन पहले एक और मामला सामने आया था। रेलवे के एक मंत्री ने जॉब देने के बदले में गरीब किसानों की जमीनें लिखवा ली थीं। जॉब के बदले में जमीन प्रणाली वो भी केस सीबीआई में चल रहा है, कोर्ट में चल रहा है।


भाइयों-बहनों,

आप देखिए आपके सामने दो चीजें साथ हैं, एक तरफ परिवारवादी वो पार्टियां, भाई-भतीजावाद करने वाली वो पार्टियां, भ्रष्‍टाचार में रोजगार के नाम पर देश के नौजवानों को लूटने वाली पार्टियां, जॉब रेट कार्ड, हर चीज में रेट कार्ड, हर चीज में कट मनी। उनका रास्‍ता है रेट कार्ड, जबकि हम युवाओं के उज्‍ज्‍वल भविष्‍य को सेफ गार्ड करने पर काम कर रहे हैं। रेट कार्ड आपकी काबिलियत को, आपके सामर्थ्‍य को, आपके सपनों को चूर-चूर कर देते हैं। हम आपके सेफ गार्ड में लगे हैं जो आपके सपनों के लिए जीते हैं। आपके संकल्‍पों को साकार करने के लिए काम करते हैं। आपकी हर इच्‍छा, आकांक्षा, आपके परिवार की हर इच्‍छा, आकांक्षा, उसको सेफगार्ड करने में हम लगे हैं। अब देश तय करेगा देश के नौजवानों का भविष्‍य रेटकार्ड के भरोसे चलेगा कि सेफगार्ड व्‍यवस्‍था के अंदर सुरक्षित तरीके से पनपेगा।


साथियों,

ये भाई-भतीजावाद वाली पार्टियां देश के सामान्‍य मानवी से आगे बढ़ने के अवसर छीन लेती हैं। जबकि हम देश के सामान्‍य मानवी के लिए नित नए अवसर बना रहे हैं।


साथियों,

हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने लोगों को भाषा के नाम पर एक-दूसरे से भिड़ने के लिए, देश को तोड़ने के लिए भाषा को एक हथियार बनाया, लेकिन हम भाषा को, लोगों को रोजगार देने, उन्हें सशक्त करने का माध्यम बना रहे हैं। हमारी सरकार ये सुनिश्चित कर रही है कि किसी को अपना सपना पूरा करना हो तो कोई भी भाषा उसके सामने दीवार ना बने। भारत सरकार आज जिस तरह मातृभाषा में भर्ती परीक्षा पर जोर दे रही है, entrance exam पर जोर दे रही है, उसका भी सर्वाधिक लाभ मेरे देश के बेटे-बेटियों को मिल रहा है, हमारे नौजवानों को हो रहा है। Regional language में परीक्षा होने से युवाओं को आसानी से अपनी योग्यता साबित करने का अवसर मिला है।


साथियों,

आज तेजी से आगे बढ़ते हुए भारत में, सरकारी व्यवस्थाओं और सरकारी कर्मचारियों के काम करने का तरीका भी तेजी से बदल रहा है। एक समय था, जब देश के सामान्य नागरिक सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते थे। आज सरकार अपनी सेवाएं लेकर, देश के नागरिकों के घर तक पहुंच रही है। अब जनता की अपेक्षाओं को समझते हुए, क्षेत्र की आवश्यकताओं को समझते हुए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। विभिन्न सरकारी दफ्तर और विभाग, जनता के प्रति संवेदनशील रहते हुए काम करने पर जोर, ये हमारी प्राथमिकता है।


इतने सारे मोबाइल एप्स के माध्यम से, डिजिटल सेवाओं के माध्यम से, सरकार से मिलने वाली सुविधाएं अब बहुत आसान हो गई हैं। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को भी लगातार मजबूत किया जा रहा है। इन बदलावों के बीच, आपको भी देश के नागरिकों के प्रति पूरी संवेदनशीलता से काम करना है। आपको इन सुधारों को और आगे बढ़ाना है। और इन सबके साथ ही, आप लगातार कुछ न कुछ नया सीखने की प्रवृत्ति को हमेशा बनाए रखिए।


सरकार में प्रवेश ये जिंदगी का आखिरी मुकाम नहीं हो सकता है। आपको इससे भी आगे बढ़ना है और नई ऊंचाइयों को प्राप्‍त करना है। आपके जीवन के नए सपने, नए संकल्‍प, नया सामर्थ्‍य उभर करके आना चाहिए। और इसके लिए सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल, ये ऑनलाइन पोर्टल जो है, iGoT के माध्यम से नई सुविधा बनाई है। हाल ही में, इसके यूजर्स की संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।


इस ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध courses का आप पूरा फायदा उठाएं। आपको नौकरी में बहुत काम आएगा। आपको प्रगति करने के लिए नए रास्‍ते खुल जाएंगे। और मैं दोस्‍तों आपको यहां से आगे देखना चाहता हूं। आप भी आगे बढ़ें, देश भी आगे बढ़े। ये 25 साल मेरे लिए आपकी प्रगति के भी हैं और हम सबके लिए देश की प्रगति के भी हैं।


आइए,

अमृतकाल के अगले 25 वर्षों की यात्रा में हम कंधे से कंधा मिलाकर, मिल करके विकसित भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में तेज गति से चल पड़ें, आगे बढ़ें। मैं एक बार फिर आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।